अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Former US President Donald Trump) अपने चार सालों के कार्यकाल में सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहे. कई बार अपनी भाषा और पोस्ट को लेकर वो लोगों के निशाने पर भी आए लेकिन राष्ट्रपति पद छोड़ने के साथ ही वो सोशल मीडिया (Social Media) से भी विदा हो गए. 6 जनवरी को अमेरिकी संसद कैपिटल हिल (Capitol Hill) पर हुए हमले के बाद दंगों के चलते फेसबुक (Facebook), ट्विटर (Twitter), इंस्टाग्राम (Instagram) ने ट्रंप के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया था लेकिन जो ट्रंप चुनाव हारने बाद शपथ ग्रहण तक हार नहीं माने वो सोशल मीडिया कंपनियों से कैसे हार सकते थे.
लिहाजा ट्रंप एक बार फिर सोशल मीडिया पर सक्रिय हो चुके हैं. इस बार उन्होंने जिस सोशल नेटवर्क मंच का चुनाव किया है उसका नाम है ‘gab’. यहां ट्रंप ने एक पोस्ट भी शेयर की है. इस पोस्ट में ट्रंप ने एक पत्र साझा किया है, जिसका संबंध उनके खिलाफ चल रही महाभियोग कार्यवाही से है.
ट्रंप ने शेयर किया पत्र
ट्रंप ने 4 फरवरी को कांग्रेस के सदस्य जेमी रस्किन को संबोधित करते हुए एक पत्र शेयर किया. पत्र में लिखा है कि आप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग के आरोपों को साबित नहीं कर सकते क्योंकि अब वो एक आम नागरिक हैं. हमारे संविधान का इस्तेमाल एक कथित महाभियोग की कार्यवाही के लिए करना बहुत गंभीर है.
अमेरिका 3 नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को हार सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार करने से मना कर दिया था. उन्होंने कई जगहों से अदालत के दरवाजे खटखटाए, चुनाव परिणामों को चुनौती दी, धांधली का आरोप लगाया लेकिन उनके हाथ सिर्फ निराशा ही आई. दूसरी तरफ चुनाव में जीत हासिल कर डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडेन सरकार गठन की तैयारियां कर रहे थे.
6 जनवरी को जब अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती चल रही थी कि तभी ट्रंप समर्थकों ने भवन पर हमला बोल दिया. कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को काबू किया गया. इस दंगे में पांच लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद डेमोक्रेटिक सीनेट ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किया था, जिसका 10 रिपब्लिकन सांसदों ने भी समर्थन किया था.
ट्रंप प्रशासन के फैसलों को पलट रहे बाइडेन
बाइडेन ने 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. इसके बाद से ही उन्होंने ट्रंप प्रशासन की ओर से लिए गए फैसलों को पलटना शुरू कर दिया. उन्होंने पेरिस जलवायु समझौते में अमेरिका की वापसी, मुस्लिम बहुल देशों पर यात्रा के प्रतिबंध हटाने जैसे फैसले शपथ ग्रहण के कुछ घंटे बाद ही ले लिए. बाइडेन अमेरिका में मास्क पहनना भी अनिवार्य कर चुके हैं.
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा करते हुए कहा कि ट्रंप से किसी भी तरह की कोई खुफिया जानकारी साझा नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि ट्रंप पर बिल्कुल भरोसा नहीं किया जा सकता. बताते चलें कि अमेरिका में नियम है कि पूर्व राष्ट्रपति के साथ सभी खुफिया जानकारियां साझा की जाती हैं, जिनकी जानकारी वर्तमान राष्ट्रपति को होती है.